इतनी सी बात समझने में था असमर्थ वो या उस दरिन्दे में हवस की खान थी! इतनी सी बात समझने में था असमर्थ वो या उस दरिन्दे में हवस की खान थी!
बस इतनी ही उम्मीद कर सकते हैं सब ठीक हो जाए बस इतनी ही उम्मीद कर सकते हैं सब ठीक हो जाए
डरता न था वो कुछ बोलने से पहले डरता न था वो कुछ बोलने से पहले
तुम्हारे लिए, छोड़ दिया हमने अपना जहां ! तुम्हारे लिए, छोड़ दिया हमने अपना जहां !
हाथ जोड़कर हम विनती करते, अब दया करो हम सब पर तुम। हाथ जोड़कर हम विनती करते, अब दया करो हम सब पर तुम।
हम मिलेंगे एक राह मे फिर से रह लेंगे तुम्हारे हम मिलेंगे एक राह मे फिर से रह लेंगे तुम्हारे